हांसी- भाजपा नेत्री गायत्री देवी ने पार्टी की सदस्यता व पदों से दिया इस्तीफा।
कार्यकर्ताओं व टिकट वितरण में महिलाओं की अनदेखी का लगाया आरोप।
मैं आपको बहुत ही दुखी हृदय से सूचित कर रही हूँ कि मैं पार्टी की सदस्यता एवं प्रदेश महामन्त्री महिला मोर्चा के पद से त्याग पत्र दे रही हूँ। मैंने भा.ज.पा. को लगभग 14 वर्षों से खून-पसीने से सींचा है। छात्र – जीवन से लेकर आज तक मैंने और मेरे परिवार ने पार्टी के लिए ईमानदारी व निष्ठा से कार्य किया है। परंतु पार्टी ने इस बार ‘महिला मोर्चा’ की किसी भी महिला को टिकट न देकर महिला शक्ति का अपमान किया गया है। जबकि पार्टी के नेता महिला सम्मान की बड़ी-बड़ी बातें करते नहीं थकते हैं। पिछले 10 साल से प्रदेश में पार्टी की सरकार होने के बाद भी कार्यकर्त्ताओं की अनदेखी की गई है। पार्टी में कार्यकर्त्ताओं का दम घुट रहा है। हर कार्यकर्त्ता की उपेक्षा की जा रही है। भा.ज.पा. अब अटल जी, आडवाणी जी, दीनदयाल उपाध्याय जी और सुषमा स्वराज जी जैसे नेताओं के विचारों की पार्टी नहीं रही है। अब पार्टी संगठन चाटुकारों और पूंजीपतियों की पार्टी बनकर रह गई है। भा.ज.पा. सरकार के 10 वर्षों के दौरान गरीबों, मजदूरों, किसानों, कर्मचारियों, महिलाओं, खिलाड़ियों और पंचायतों आदि सभी को प्रताड़ित किया गया। मैं हरियाणा प्रदेश के निवासियों की ये दशा देख कर बेहद भावुक और दुःखी हूँ । प्रदेश की आवाम की ऐसी दशा मैं देख नहीं पा रही हूँ । इसलिए मैं भा. ज. पा. संगठन और सदस्यता से त्याग-पत्र दे रही हूँ।
अतः मेरा त्याग-पत्र स्वीकार कर लिया जाए ।